तितली से---।
तितली रानी बाग में मेरे
फ़ूल खिले हैं प्यारे
तुमको आता देख के कैसे
खिल खिल करते सारे।
मेरा नन्हां भैया कैसे
देखो तुम्हें निहारे
कूद कूद अपनी गाड़ी से
हरदम तुम्हें पुकारे।
मखमल जैसे रंग बिरंगे
कोमल पंख तुम्हारे
अगर मुझे भी मिल जाते तो
उड़ती संग तुम्हारे।
एक बात मुझको बतलाओ
रंग कहां से लाती प्यारे प्यारे
अगर मुझे भी लाकर दे दो
रंग लूं अपने घर को सारे।
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डा0हेमन्त कुमार