दूर पहाड़ों से हैं आती
बारिश का संदेसा लाती
खट्टी मीठी बातें करती
झरनों का संगीत सुनाती
शीतल मंद हवाएं।
दुनिया भर की खबर सुनाती
प्रेम भरे पैगाम भी लाती
कभी तेज हो हर हर करती
कभी प्यार से पंखे झलती
शीतल मंद हवाएं।
सुंदर फ़ूलों से खुशबू
ले
गांव गली में बांटा करती
भटका पथिक अगर मिल जाए
रास्ता भी उसको दिखलाती
शीतल मंद हवाएं।
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डा0हेमन्त कुमार








