बरफ मलाई बरफ मलाई,
ठंढी मीठी बरफ मलाई,
गरमी में सबको भाती है ,
रंग बिरंगी बरफ मलाई।
गली में टुन टुन घंटी सुनकर,
दौडे मुनिया राजू भाई,
फ़िर सबने हुडदंग मचाई,
हमको बरफ खिलाओ भाई।
घिस घिस करके काका ने फ़िर ,
सबको मीठी बरफ खिलाई,
मुनिया क्यूं रूठी काका से,
उसको खांसी आती भाई।
ठंढी मीठी बरफ मलाई,
गरमी में सबको भाती है ,
रंग बिरंगी बरफ मलाई।
गली में टुन टुन घंटी सुनकर,
दौडे मुनिया राजू भाई,
फ़िर सबने हुडदंग मचाई,
हमको बरफ खिलाओ भाई।
घिस घिस करके काका ने फ़िर ,
सबको मीठी बरफ खिलाई,
मुनिया क्यूं रूठी काका से,
उसको खांसी आती भाई।
बरफ मलाई बरफ मलाई,
ठंढी मीठी बरफ मलाई।
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हेमंत कुमार
गर्मी में बच्चों को,
जवाब देंहटाएंअच्छी लगती बरफ-मलाई।
मम्मी-पापा दिलवाते हैं,
उनको, बरफ-मलाई।।
ठण्डी-ठण्डी, बरफ-मलाई,
दादी-अम्मा जी को भाई।
गली-गली में बेच रहे है,
दादा बरफ-मलाई।
सुन्दर बाल गीत लिखने की,
तुमको बहुत बधाई।
मेरी बेटी को बहुत मज़ा आया और बचपन जहाँ से भी झांके,मुझे भी बहुत सुकून मिलता है ......
जवाब देंहटाएंप्रिय बन्धु /वर्तमान इश्क मोहब्बत ,चाँद तारे ,हुस्नोइश्क , के दौर में आपकी बल कवितायेँ मन मोह लेती है /बडा अभाव हो गया है बाल गीत बाल कहानियों का /घिस घिस कर मीठी बरफ खिलाई इसमें ग्रामीण परिवेश का चित्रण भी हो गया है वरना तोबच्चे पैकबंद डिब्बे की ही चीज़ को आइसक्रीम समझते है /बाल गीत बहुत अच्छा लगा
जवाब देंहटाएंaap baccho ke liya kavita likhtey hain .... padh kar jaan kar accha laga.....warna aaj ke daur mein to badlte parivesh ke karan bachpan jaldi hi vida ho jata hain
जवाब देंहटाएंआपको मेरी शायरी पसंद आई और आपकी सुंदर टिपण्णी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया !
जवाब देंहटाएंबहुत ही ख़ूबसूरत ब्लॉग है ये आपका ! बड़े दिनों बाद इतना बढ़िया कविता और वो भी बच्चों को लेकर आपने लिखा है सच में बेहद पसंद आया!
आप मेरा ये ब्लॉग परियेगा !
http://urmi-z-unique.blogspot.com
http://khanamasala.blogspot.com
कितनी प्यारी कविता है हेमंत जी। साधुवाद।
जवाब देंहटाएंगली में टुन टुन घंटी सुनकर,
जवाब देंहटाएंदौडे मुनिया राजू भाई,
फ़िर सबने हुडदंग मचाई,
हमको बरफ खिलाओ भाई।
bahut sunder rachna hai...