छपाक छैया ताल तलैया
मेघा बरसे जोर से भैया
कागज नाव पे सपने तैरें
सारे बच्चे खेते नैया।
छपाक छैया------।
भीगे तन पे गीला गमछा
खेलें सब मिल छुपम छुपैया
मेढक झींगुर के गीतों से
तान मिलाती सारी गैया।
छपाक छैया------।
भाड़ की गर्मी पा के देखो
दाने नाचें ता ता थैया
स्कूल में छुट्टी आज हुयी है
शाम कहानी कहेंगे भैया।
छपाक छैया------।
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डा0हेमन्त कुमार
सुंदर चित्रों से सजी, सुंदर रचना!
जवाब देंहटाएंचित्रों से सजी सुन्दर बाल रचना |
जवाब देंहटाएंनई रचना उम्मीदों की डोली !
सुन्दर रचना प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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