रविवार, 6 जुलाई 2014

छपाक छैया ताल तलैया

                                               
 छपाक छैया ताल तलैया
मेघा बरसे जोर से भैया
कागज नाव पे सपने तैरें
सारे बच्चे खेते नैया।
छपाक छैया------
                    
भीगे तन पे गीला गमछा
खेलें सब मिल छुपम छुपैया
मेढक झींगुर के गीतों से
तान मिलाती सारी गैया।
छपाक छैया------


भाड़ की गर्मी पा के देखो
दाने नाचें ता ता थैया
स्कूल में छुट्टी आज हुयी है
शाम कहानी कहेंगे भैया।
छपाक छैया------
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डा0हेमन्त कुमार




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