बंद
हुए स्कूल सभी जब
बच्चों
की लग गयी लाटरी
कोई
छत पर पतंग उड़ाता
कथा
कहानी किसी को प्यारी।
कुछ
बच्चों ने बना ली टोली
बांध
खिलौने उठा ली गठरी
जिनको
गाने लगते प्यारे
कर
दिया शुरू अन्त्याक्षरी।
गुड्डे
गुड़िया ब्याह रचाने
निकली
गांव की बिटिया सारी
जो
बच्चे रह गये थे पीछे
दौड़
पड़े ले साइकिल प्यारी।
जिनके
पास नहीं थी किताबें
नहीं
थे खेल खिलौने न्यारे
एक
कतार में खड़े हुये सब
टेशन
से छूटी रेलगाड़ी।
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डा0हेमन्त
कुमार
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, "मेहनती चींटी की मोर्डन कहानी - ब्लॉग बुलेटिन “ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंसुन्दर
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